Monday 18 August 2014

बातें राजस्थान की

बातें राजस्थान की



Teju jani143



किसी कला की कमी नहीं, ना कमी है स्वाभिमान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।।वीरों के पौरूष में भी यहां ईश्वर का वरदान है ।दानव के आगे नही झुकते, मानव का सम्मान है ।।पन्ना धाय के त्याग को देखो, भूख नही धन धान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. अमरसिंह के अटल इरादे, महाराणा के तेवर हो ।जहां चेतक जैसी स्वामी भक्ति, घुंघट जैसा झेवर हो ।।जहां मीरां की पावनता से विष, बने औषधि प्राण की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. महल, हवेली, किले झरोखें कितनी कलायें लाया है ।इस भूमि का पत्थर लगकर, ताजमहल बन पाया है ।।याद रहेगी सबको ये, सौगाते राजस्थान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. एल. एन. मित्तल, प्रतिभा पाटिल, भैरोसिंह से  नाम हुए ।तारकीन और ख्वाजाजी, यहां सुफी के सम्मान हुए ।।यहां पे आदर रामायण का, इज्जत यहां कुरान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. कालबेलिया, माड गायकी, कठपुतली के खेल है ।सब का सबसे नाता है, यहां सबका सबसे  मेल है ।।चेहरे पर है भोलापन, और मूंछे बड़ी है मान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. यहां मौसम बड़े निराले है, यहां मेले बड़े सुहाते है ।पुष्कर में गर्मी में भी गौरे सैलानी आते है ।।आबू की ठंडक से देखें शामें राजस्थान की ।और जैसलमेर के द्योरो में हो रातें राजस्थान की ।।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. गणगोरों के मेले है, यहां हर महीने त्योंहार है ।है सम्मान बुजुर्गो का यहां सामूहिक परिवार है ।।और बुश, क्लिटंन, ओबामा से, मुलाकातें राजस्थान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. सब है एक समान, वो चाहे राजा है या फकीर है ।हिन्दु मुस्लिम दोनो पूजे, वो रामदेवसा पीर है ।।सोने जैसी मिट्टी है, सुहानी राजस्थान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. चुनरी वाली साड़ी में तो लगती दुल्हन जानकी ।यहां की नारी चुनरी को ही अपना जेवर मानती ।।और चुनरी वाले साफों में बारातें राजस्थान की ।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला …….. यह सब पिछले युग की बातें अब तो अपनी बारी है । इस भूमि की शान बढाना, अपनी जिम्मेदारी है ।।पिछले युग के शूरों ने तो, सदा ही बाजी मारी है ।मरूभूमि के वीर सपूतों, अब की क्या तैयारी है ।।मेरे  भाई बन्धु सुनलो, मुझ छोटे इन्सान की ।कभी ना आये वो दिन, हो बदनामी राजस्थान की ।।इसीलिये सब करते रहते बातें राजस्थान की ।। किसी कला ……..

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