राजस्थान के मेले
Teju jani143
राजस्थान के मेले
1. किसी जमाने में मालवा के परमारों का शासन राजस्थान के कई हिस्सों में भी था. विक्रमादित्य इन परमारों के प्रसिद्द शासक रहे हैं. उनको समर्पित एक मेला चैत्र अमावस्या को राजस्थान के इस शहर में भरता है-
क. उदयपुर ख. जोधपुर ग. झालावाड घ. प्रतापगढ़
2. नागवंशियों के शासन को याद दिलाता मेला है- नागपंचमी. और पश्चिम राजस्थान में मंडोर उनका सबसे समृद्ध केंद्र रहा था. अब भी यह त्यौहार यहाँ पर मेले का रूप ले लेता है-
क. भाद्रपद शुक्ल पंचमी को ख. आश्विन शुक्ल पंचमी को ग. कार्तिक कृष्ण पंचमी को घ. माघ शुक्ल पंचमी को
3. देवझूलनी एकादशी के दिन आराम कर रहे देवताओं को भी ताजा बरसात के पानी से नहलाने की रस्म पूरी की जाती है. राजस्थान के लगभग प्रत्येक गाँव व कस्बे में यह द्रश्य दिखाई देता है, परन्तु इस स्थान पर तो भारी मेला भरता है-
क. बालोतरा ख. चारभुजा ग. शिवगंज घ. फलोदी
4. कौनसा मेला सवाई माधोपुर जिले से सम्बंधित नहीं है –
क. कैलादेवी का मेला ख. शिवाड का शिवरात्रि मेला ग. चौथमाता का मेला घ. गणेश मेला
5. गर्मी की तपन में वैशाख पूर्णिमा को स्नान करने के लिए श्रद्धालु राजस्थान की कुछ नदियों एवं पवित्र सरोवरों के किनारे जुटते हैं, तो मेले भर जाते हैं. किस स्थान को छोड़कर ?
क. झालरापाटन ख. विराटनगर ग. मातृकुंडिया घ. बेणेश्वर
6. भरतपुर जिले में सांस्कृतिक रूप से ब्रज क्षेत्र का प्रभाव जीवन के हर रंग में दिखाई देता है. यहाँ के मेलों के मामले में भी ऐसा ही है. जिले के मेलों में कौनसा मेला शामिल नहीं है ?
क. गरुड़ मेला ख. गंगा दशहरा मेला ग. हनुमान मेला घ. बसन्ती मेला
7. परमार वंशी भोज से भी अधिक दानी और वीर कहे गए थे- सवाई भोज और उनके बगडावत भाई. आसींद (भीलवाड़ा) में सवाई भोज का मेला किस माह में भरता है ?
क. श्रावण ख. भाद्रपद ग. आश्विन घ. कार्तिक
8. प्रथम जैन तीर्थंकर ऋषभदेव का प्रसिद्द मंदिर उदयपुर जिले के धुलेव गाँव में है. वहां के मूल निवासी उन्हें केसरियाजी कहकर पुकारते हैं. ऋषभदेव को समर्पित मेला यहाँ किस तिथि को भरता है ?
क. चैत्र कृष्ण अष्टमी ख. चैत्र शुक्ल त्रयोदशी ग. पौष कृष्ण दशमी घ. माघ शुक्ल द्वादशी
9. ख्वाजा साहब का उर्स हिजरी सन् के किस महीने में आता है ?
क. मुहर्रम ख. रबी-उल-अव्वल ग. रमजान घ. रज्जब
10. राम रावण का मेला कहाँ भरता है ?
क. कामां ख. फुलेरा ग. बड़ी सादड़ी घ. कुशलगढ़
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